बदल गया है कितना कुछ
इस बीच
तब का देखा
देख रहा हूं आज
कितने सालों बाद
बदल गई हो कितनी तुम
नहीं लगती बिल्कुल पहले जैसी
न हैं आदतें वैसी
न बोलने-बतियाने का अंदाज वैसा
सपनों से मुंह चुराती अपनों से रीती बातें
गहनों कपड़ों रंगों को लेकर नजरिया
बालों को बांधने-खोलने के सलीके
कितने बदल गये हैं इस बीच
पर शायद सब कुछ इतना
बदल नहीं पाता
बदल न पाते हालात इतने
बदला न होता इस बीच
अगर सेल नंबर तुम्हारा
wah. saara dosh cell number ka.man ka kuch nahi?
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